Sunday, September 8, 2024
26.1 C
Delhi
Sunday, September 8, 2024
- Advertisement -corhaz 3

चीन में बढ़ते कोरोना को देख भारत में है वैक्सीन कवरेज पर दिया जोर |

चीन (China)  में कोविड-19 के तेजी से बढ़ रहे संक्रमण (Covid-19 infection) और उसके कारण हो रही मौतों में वृद्धि को देखते हुए भारत, हाई अलर्ट पर है. केंद्र सरकार (Central Government) ने बुधवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की. इस बैठक में एक्‍सपर्ट्स और अफसरों ने भारत में वैक्सीन कवरेज में सुधार के महत्व पर जोर दिया. भारत में फिलहाल केवल 27 प्रतिशत पर एहतियाती डोज का बढ़ना निराशाजनक रहा है.

बैठक के बाद बुधवार को नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य डॉ वीके पॉल ने वरिष्ठ नागरिकों से एहतियाती खुराक लेने की अपील की. हालांकि, जिन लोगों को पहले से ही बूस्टर दिए जा चुके हैं, वे पूछ रहे हैं कि क्या चौथी खुराक की जरूरत है. इस सवाल को लेकर ‘इंडिया टुडे टीवी’ से बात करते हुए एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि केवल तीसरी खुराक लेने की आवश्यकता है. फिलहाल यह सुझाव देने के लिए कोई डेटा नहीं है कि चौथी खुराक की आवश्यकता है. तब तक नहीं जब तक कि कोई नया टीका न हो, जो बाइवेलेंट वैक्‍सीन की तरह विशिष्ट हो.

बाइवेलेंट वैक्‍सीन एक साथ दो वायरस या उनके वेरिएंट पर कारगरदरअसल यह बाइवेलेंट वैक्‍सीन एक साथ दो वायरस या उनके वेरिएंट पर कारगर होता है. पहला 2019 से मूल SARS-CoV-2 वायरस पर और दूसरा स्‍ट्रेन, कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट को लक्षित करता है. दरअसल COVID-19 का कारण बनने वाला कोरोना वायरस समय के साथ विकसित हुआ है. हालांकि इनमें से कुछ वेरिएंट्स ने चिंता बढ़ा दिए हैं. कुछ वैक्सीन निर्माताओं ने इन वैरिएंट के खिलाफ बेहतर सुरक्षा प्रदान करने के लिए अपने टीकों को ‘बाइवेलेंट वैक्‍सीन’ में अपडेट किया है.

बाइवेलेंट वैक्‍सीन केवल बूस्टर खुराक के रूप में उपयोग के लिए स्वीकृतबाइवेलेंट वैक्‍सीन केवल बूस्टर खुराक के रूप में उपयोग के लिए स्वीकृत हैं. फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने बाइवेलेंट वैक्‍सीन का वर्णन इस प्रकार किया है कि “बाइवेलेंट वैक्‍सीन, कोविड -19 टीकों में कोविड -19 के खिलाफ व्यापक सुरक्षा प्रदान करने के लिए मूल वायरस स्‍ट्रेन का एक घटक और कोविड -19 के खिलाफ बेहतर सुरक्षा प्रदान करने के लिए ओमिक्रॉन वेरिएंट का एक घटक शामिल है. इन्हें बाइवेलेंट कोविड-19 वैक्सीन कहा जाता है क्योंकि इनमें ये दो घटक होते हैं.’

भारत में उपयोग की जाने वाली कोई भी वैक्सीन बाइवेलेंट वैक्सीन नहींवर्तमान में, भारत में उपयोग की जाने वाली कोई भी वैक्सीन बाइवेलेंट वैक्सीन नहीं है. भारत के बाहर फाइजर और बायोएनटेक की बाइवेलेंट वैक्सीन और मॉडर्ना की वैक्सीन जैसी एमआरएनए वैक्सीन को सिर्फ बूस्टिंग की दृष्टि से इस्तेमाल किया जा रहा है. केरल के कोविड टास्क फ़ोर्स के सदस्य डॉ. राजीव जयदेवन ने इंडिया टुडे टीवी को बताया कि बूस्टर डोज़ के साथ समस्या यह है कि उनका असर कम रहता है. एमआरएनए टीके, जो अन्य देशों में चौथी खुराक के रूप में उपयोग किए गए हैं, तीसरी खुराक की तुलना में जल्दी प्रभाव दिखाते हैं.

More articles

- Advertisement -corhaz 300

Latest article

Trending