राजस्थान के कोटा में करंट लगने से झुलसे 16 बच्चों में से 5 को देर रात जयपुर शिफ्ट कर दिया गया। इन 5 बच्चों की हालत नाजुक बताई जा रही है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे के घायलों को हर संभव चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन को उचित निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही सरकार ने घटना की जांच के लिए कमेटी भी बना दी है।
कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र के अंतर्गत सगतपुरा इलाके में 10 से 16 साल के बच्चे कम ऊंचाई वाले ‘हाई टेंशन’ तार की चपेट में आ गए। इनमें एक बच्चा 100 फीसदी तक झुलस गया। अन्य पांच बच्चे 50 फीसदी तक झुलसे हैं। इनका इलाज कोटा के एमबीएस अस्पताल में चल रहा था, लेकिन हालत बिगड़ने के बाद देर रात इन्हें जयपुर शिफ्ट कर दिया गया।
हाईटेंशन तार की चपेट में आया झंडा
कोटा शहर की पुलिस अधीक्षक अमृता दुहान ने बताया कि घटना शुक्रवार को दोपहर करीब साढ़े 11 बजे से 12 बजे के बीच उस समय हुई, जब शिव बारात कालीबस्ती से गुजर रही थी। उन्होंने बताया कि यात्रा में शामिल एक लड़के ने 22 फुट लंबी लोहे की छड़ पकड़ रखी थी जो ऊपर से गुजर रहे ‘हाई-टेंशन’ तार के संपर्क में आ गयी। छड़ के ऊपर एक झंडा भी लगा हुआ था। जिस बच्चे ने झंडा पकड़ा हुआ था, वह 100 फीसदी तक झुलस गया, वहीं उस बच्चे को बचाने का प्रयास करने वाले अन्य बच्चे भी झुलस गए।