केंद्रीय मंत्री मंडाविया ने कहा कि देशभर में अत्यधिक सतर्कता बरतें और बड़े पैमाने पर जीनोम सीक्वेंसिंग कराएं। जीनोम सीक्वेंसिंग से यह पता लगाया जा सकता है कि कोरोना वायरस कोई नया स्वरूप तो धारण नहीं कर रहा है।
चीन, दक्षिण पूर्व एशिया व यूरोप में एक बार फिर कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से अधिकारियों को चौकन्ना रहने व निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया है।
हालात की समीक्षा करते हुए केंद्रीय मंत्री मंडाविया ने बुधवार को अधिकारियों को ये निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि देशभर में अत्यधिक सतर्कता बरतें और बड़े पैमाने पर जीनोम सीक्वेंसिंग कराएं। जीनोम सीक्वेंसिंग से यह पता लगाया जा सकता है कि कोरोना वायरस कोई नया स्वरूप तो धारण नहीं कर रहा है।
उच्च स्तरीय बैठक में मंडाविया ने देश में महामारी की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने 27 मार्च से शुरू होने वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को लेकर भी बैठक में अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया। हालांकि इस बारे में पूर्व में जारी आदेश को वापस लेने का फैसला नहीं हुआ है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चूंकि पड़ोंसी देशों, खासकर चीन, सिंगापुर, विएतनाम व यूरोप में कोरोना के नए मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं, इसलिए यह समीक्षा बैठक बुलाई गई थी। बैठक में मंडाविया ने महामारी प्रबंधन को लेकर तीन महत्वपूर्ण निर्देश दिए। पहला यह कि निगरानी बढ़ाई जाए, जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाई जाए और उच्च स्तरीय सतर्कता बरती जाए।
देश में चौथी लहर के संकेत नहीं : नरेंद्र कुमार
देश में फिलहाल चौथी लहर के कोई संकेत नहीं हैं। कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ. नरेंद्र कुमार का कहना है, देश में कोरोना बढ़ने की संभावना कम है। भारत और बाकी देशों के बीच काफी असमानताएं हैं। है
कोरोना महामारी में इस असमानता की भूमिका काफी अहम है, क्योंकि शुरुआत से अब तक यह बीमारी हर देश में अलग असर दिखा रही है। वायरस में नए बदलाव को लेकर स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निगरानी चल रही है। अभी तक की निगरानी में उन्हें कोई नया म्यूटेशन नहीं मिला है। उन्होंने बताया, जीनोम सीक्वेसिंग के दौरान वायरस में किसी बदलाव की जानकारी नहीं मिली है।