पंजाब में निकाय चुनाव को लेकर माहौल गरमाने लगा है। इसी कड़ी में मंगलवार यानी 2 फरवरी को जलालाबाद में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव किया, लाठियां भांजी और गोलियां भी चलाईं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल की गाड़ी भी तोड़ दी।
जानकारी के अनुसार, जलालाबाद काउंसिल चुनाव के लिए मंगलवार को अकाली प्रत्याशी नामांकन दाखिल करने आए थे। इनका कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध किया और फिर सुखबीर सिंह बादल की गाड़ी में भी तोड़-फोड़ की।
सुखबीर बादल का आरोप- हमारे कार्यकर्ताओं को गोलियां लगीं
घटना के बाद सुखबीर बादल का बयान आया। उन्होंने न सिर्फ विरोधी पार्टी के विधायक परिवार को जिम्मेदार बताया, बल्कि पुलिस पर भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दी गई हिंसक झड़प में 3 अकाली कार्यकर्ताओं को गोलियां लगीं। गोली स्थानीय विधायक के बेटे की तरफ से चलाई गई। झड़प में पुलिस की तरफ से कोई बीच-बचाव नहीं किया गया।
अकाली कार्यकर्ता बोले- कांग्रेसी और पुलिस हमारे उम्मीदवार रोक रही
सोमवार को गुरुहरसहाए में शिरोमणि अकाली दल के नेता वरदेव सिंह मान की अगुवाई में अकालियों ने कांग्रेस के खिलाफ धरना दिया था। अकालियों का आरोप है कि नगर काउंसिल चुनाव के लिए उनके उम्मीदवार नामांकन के लिए रिटर्निंग सेंटर जा रहे थे। कांग्रेस नेताओं और पुलिस ने उन्हें सेंटर से आधा किलोमीटर पहले ही रोक लिया। सेंटर तक उनके प्रत्याशियों को पहुंचने नहीं दिया गया, इसलिए उन्होंने धरना दिया।