भरतपुर के नदबई में महाराजा सूरजमल और डॉ. भीमवराव अंबेडकर की मूर्ति को लेकर देर रात विवाद बढ़ गया। मामला बुधवार रात इतना बढ़ गया कि ग्रामीणों ने बैलारा चौराहे पर आग लगा दी। इस दौरान पथराव भी किया गया। हालात काबू करने जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उन पर पथराव शुरू कर दिया। ऐसे में पुलिस को भी आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
चौराहे पर लगाई जानी हैं मूर्तियां
दरअसल, नदबई इलाके में नदबई नगर पालिका तीन जगह मूर्तियां लगा रही थी। संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा की अध्यक्षता में कमेटी ने तय किया कि कुम्हेर चौराहे पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति, बैलारा चौराहे पर बाबा साहब भीम राव अंबेडकर की मूर्ति और नगर चौराहे पर भगवान परशुराम की मूर्ति लगेगी। हालांकि, स्थानीय लोगों की मांग थी कि नदबई का मुख्य चौराहा बैलारा है, इसलिए बैलारा चौराहे पर महाराजा सूरजमल की प्रतिमा लगाई जानी चाहिए।
8 अप्रैल से शुरू हुआ था यह विवाद
इसे लेकर नदबई में 8 अप्रैल से यह विवाद शुरू हुआ था। धरना खत्म करवाने के बाद मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने बयान दिया था कि आप जो चाहते हैं, वही होगा, धरना खत्म कीजिए। हालांकि, इस मुद्दे पर बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई और मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने बयान दिया कि बैलारा चौराहे पर बाबा साहब भीम राव अंबेडकर और डेहरा मोड़ चौराहे पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगाई जाए। इसके बाद विरोध शुरू हो गया है।