देश भर में कोविड-19 महामारी के खिलाफ जंग जारी है। इस क्रम में जहां देश भर के सभी स्कूलों के खुलने की शुरुआत हो गई है वहीं कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के तहत आज एक अहम चरण की शुरुआत होने जा रही है। इसमें 12 से 14 वर्ष आयुवर्ग के बच्चों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इस चरण में 2008 से 2010 में जन्मे बच्चों को वैैक्सीन दी जाएंगी। इस आयुवर्ग में वैक्सीनेशन के लिए पात्र बच्चों की आबादी करीब 7.11 करोड़ है।
60 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को लगेगा सतर्कता डोज
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने इस बारे में सोमवार को ही घोषणा कर दी थी। इस चरण में बच्चों को हैदराबाद स्थित बायोलाजिकल ई कंपनी की वैक्सीन कोर्बेवैक्स की डोज दी जानी है। साथ ही देश में अब 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को सतर्कता डोज लगाई जाएगी। पहले इस आयुवर्ग के गंभीर रोगों से पीड़ित लोगों को यह डोज लगाई जा रही थी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट किया था, ‘बच्चे सुरक्षित तो देश सुरक्षित। मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि 16 मार्च से 12 से 13 और 13 से 14 वर्ष आयुवर्ग के बच्चों का कोरोना रोधी टीकाकरण शुरू हो रहा है। साथ ही 60 साल से अधिक उम्र के सभी लोग अब सतर्कता डोज ले सकेंगे। मेरा बच्चों के स्वजन तथा 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों से आग्रह है कि वे वैक्सीन जरूर लगवाएं।’
28 दिनों के अंतराल में दिए जाएंगे डोज
वैज्ञानिकों के साथ गंभीर विचार-विमर्श के बाद केंद्र की ओर से 12-13 वर्ष और 13-14 वर्ष आयु वर्ग के लिए वैक्सीनेशन की शुरुआत का फैसला लिया गया है। इन बच्चों को दी जाने वाली ‘कार्बेवैक्स वैक्सीन’ भारत की पहली स्वदेशी रूप से विकसित रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन (आरबीडी) प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है। यह कोरोना संक्रमण से मुकाबला करने में सक्षम है। 28 दिनों के अंतराल में 12-14 साल के बच्चों को कार्बेवैक्स वैक्सीन के दो डोज दिए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि बायोलाजिकल ई लिमिटेड ने केंद्र को कार्बेवैक्स की पांच करोड़ डोज की आपूर्ति की है। इस पूरी सप्लाई को देश के विभिन्न राज्यों में वितरित कर दिया गया है।