चंडीगढ़ के मेयर मनोज सोनकर ने इस्तीफा दे दिया है। 30 जनवरी को उन्हें मेयर चुना गया था। उनके चयन पर काफी विवाद हुआ था। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था। आज इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। इससे पहले, रविवार रात मेयर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जेपी मल्होत्रा ने इसकी पुष्टि की है।
30 जनवरी को हुए थे मेयर चुनाव
गौर हो कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में पीठासीन अधिकारी की एक वीडियो भी वायरल हुई थी, जिसमें वह कथित रूप से अवैध करार दिए पार्षदों के वोटों पर निशान लगाते दिखाई दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर चंडीगढ़ प्रशासन को फटकार लगाई थी और मामले की अगली सुनवाई 19 फरवरी को रखी गई है। जिसको लेकर चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से जवाब दाखिल किया जाएगा।
आम आदमी पार्टी के तीन पार्षदों ने भाजपा ज्वाइन की
आम आदमी पार्टी ने इस चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, वहीं आप के तीन पार्षद भाजपा में शामिल हो गए हैं। ये पहले से ही भाजपा के संपर्क में बताए जा रहे हैं। अब भाजपा के पास 14 की जगह 17 पार्षद हो गए हैं और एक वोट भाजपा सांसद का पार्टी के खाते में होगा।
आम आदमी पार्टी की दो महिला पार्षद और एक अन्य शुक्रवार रात से शहर से बाहर थे। हालांकि शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की उनसे बात हुई थी। एक पार्षद ने शादी में जाने की बात कही थी तो एक पार्षद ने स्पष्ट तौर से कह दिया है कि वह पार्टी के अंदर खुश नहीं है। हालांकि शनिवार को इनके फोन स्विच ऑफ पाए गए थे।
तीनों बोले- पीएम मोदी से प्रभावित
आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ के तीन पार्षद पूनम देवी, नेहा मुसावत और गुरचरण काला दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए। तीनों का कहना है कि वे पीएम मोदी के कार्यों से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हुए हैं। नेहा ने कहा कि आप ने हमसे झूठे वादे किये थे।